सुना आपने
साल के पहले ही दिन मेरा झगड़ा हो गया
मेरे भीतर बैठा ब्लॉगर अड़कर खड़ा हो गया
बोला, क्यों लिखा जाए हर बवाल पर
जाओ मैं नहीं लिखता नए साल पर
मैं हैरान परेशान उसे मनाने लगा
नए साल पर लिखने के फायदे बताने लगा
भाई, आज तो अग्रीगेटर्स पर दिखना होगा
नए साल पर जरूर लिखना होगा
मूर्ख देख...लिखा है इसी पर सबने
बवाल और ब्लॉगरों की तो
जोड़ी बना दी रब ने
कुछ भी हो जाए टूट पड़ना है
हिट्स आएं न आएं
पोस्ट के मामले में नहीं पिछड़ना है
और कॉमेंट्स? उसने आंखें तरेरी
सच कहूं, जबान बंद हो गई मेरी
हम लिखते रहते हैं और हाथ मले जाते हैं
कॉमेंट्स सारे रवीश के यहां चले जाते हैं
गली-मोहल्ले तुम्हें पूछते हैं नहीं
अपने अलावा छपते हो तुम कहीं?
नारी संवेदना के लिए लोग बेटियों के ब्लॉग पढ़ते हैं
और कविता प्रेमियों को गौरव सोलंकी ले उड़ते हैं
हंसी-मजाक में ताऊ जैसे कई उस्ताद हैं
और विचार में तो बड़े-बड़े जिंदाबाद हैं
तुम तो फालतू के उसूली हो
ये पढ़े-लिखों की दुनिया है
तुम किस खेत की मूली हो
मैंने कहा यूं नाम मत ले कम्बख्त, मरवाएगा
तू तो ये ब्लॉग ही बंद करवाएगा
ब्लॉगिंग की दुनिया बहुत खास है
यहां बराबरी का आभास है
जो लिखता है, वो दिखता है
लेकिन सिर्फ अच्छा माल बिकता है
अच्छा लिख, तुझे भी टिप्पणी मिलेगी
लेकिन, चुप रहने से दुकान नहीं चलेगी
अपने भीतर से कुछ अच्छा सा निकाल
नए साल पर सबसे अलग कुछ लिख डाल
एक जनवरी है, नए साल पर सब पढ़ेंगे
दिखेंगे तो हम भी नजरों में चढ़ेंगे
बैठा तो अभी नहीं है, थोड़ा ढीला हो गया है
दिखने के लालच में लाल से पीला हो गया है
जब तक मैं इसे मनाऊं
और हम मिलकर कुछ अच्छा लिख लाएं
आपको ‘सुना आपने’ की ओर से
नए साल की शुभकामनाएं
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11 comments:
दिलचस्प कविता.
एक शब्द में कहु तो.. फेंटास्टिक!
नया साल मुबारक हो जी..
वाह, बहुत बढ़िया है। अब युद्ध विराम कीजिए।
कुछ और नहीं तो कविता पाठ कीजिए।
नववर्ष की शुभकामनाएँ ।
घुघूती बासूती
waah ji kya baat hai,bahut mast mast,naye saal ki bahut badhai
जी हाँ विवेक जी लडाई लफडा छोडिये बस ब्लॉग्गिंग कीजिये !
साथियों का शुक्रिया...कुश जी आपके ब्लॉग में एंट्री नहीं मिली मुझे..ऐसा क्यों?
बहुत खूब, नये साल की शुभकामनायें
भाई, आज तो अग्रीगेटर्स पर दिखना होगा
नए साल पर जरूर लिखना होगा
मूर्ख देख...लिखा है इसी पर सबने
बवाल और ब्लॉगरों की तो
जोड़ी बना दी रब ने
कुछ भी हो जाए टूट पड़ना है
हिट्स आएं न आएं
पोस्ट के मामले में नहीं पिछड़ना
wah bhai wah
बात विल्कुल सही की है आपने । लिखते तो सारे लोग है लेकिन कमेंट सारे रविश कुमार ले जाते है ।
वैसे लिखने के फन में आप भी माहिर है । यहां जो लिखा है शानदार है इसके लिए आपको बधाइयां
समय मिले तो मेरी और भी झाकना
अरे हंसी हंसी में बात कह दी, खूब कला है भई.
padh kar man garden - garden ho gaya !!
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